सीढ़ियां चढ़कर दिल की सेहत का पता लगाया जा सकता है। स्पेन के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. जीसस पेटैरिओ ने दिल की सेहत जानने का सबसे आसान तरीका बताया है। डॉ. जीसस के मुताबिक, अगर कोई इंसान एक मिनट में 15-15 सीढ़ियों के चार सेट (कुल 60 सीढ़ियां) पूरा करता है तो इसका मतलब है कि उसका दिल सही काम कर रहा है।
165 युवाओं पर किया गया अध्ययन
165 युवाओं को ट्रेडमिल पर दौड़ाकर और सीढ़ियां चढ़ाकर उनका मेटाबॉलिक इक्वीवैलेंट्स (एमईटी) मापे गए। ऐसे युवा जो 40 से 45 सेकंड में सीढ़ियां चढ़ गए उनका एमईटी 9 से 10 या उससे अधिक था। कई रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि एक्सरसाइज टेस्ट के दौरान जिन लोगों का एमईटी 10 रहता है उनमें मृत्युदर अन्य की तुलना में प्रतिवर्ष 1 प्रतिशत कम रही।
हेल्दी हार्ट के लिए किस उम्र में कब कौन सी एक्सरसाइज करें
20 की उम्र तक : दौड़ें, खेलें, एरोबिक्स करें इससे आपका हार्ट अधिक पंप करेगा
इस उम्र में दौड़ने, साइकिल चलाने, खेलने से मजबूत दिल की नींव पड़ती है। ये एक्सरसाइज दिल को पंप करती हैं। बच्चों को हर दिन दौड़ने, कूदने और खेलने के बहुत सारे मौके मिलने चाहिए। 6 से 17 साल के बच्चों को हर दिन कम से कम 1 घंटा (60 मिनट) शारीरिक गतिविधि जरूर करनी चाहिए। फिर चाहे वो स्कूल में हो या घर के पास मैदान में। हार्ट के लिए इस उम्र में बच्चे एरोबिक एक्टिविटी भी कर सकते हैं।
21 से 40 साल तक : हफ्ते में 5 दिन ये व्यायाम हार्ट बीट रखेंगे नॉर्मल
20 की उम्र में शरीर मजबूत और लचीला होता है। फिटनेस की नींव रखने का यह सही समय है। दोस्तों के साथ खेल खेलें, जैसे कि टेनिस या रैकेटबॉल। खेल में हाइकिंग या बाइकिंग, स्वीमिंग शामिल करें। सप्ताह में कम से कम 5 दिन, 60 मिनट व्यायाम जरूर करें। 30 की उम्र के बाद वजन को नियंत्रित करना सबसे जरूरी है। इस उम्र के बाद हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। हड्डियां मजबूत बनाने के लिए यह समय अच्छा है। रोज वेटलिफ्टिंग करें। इन कार्डियोवस्कुलर वर्कआउट से हृदय गति बढ़ती रहती है। ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर बेहतर होता है।
41 से 60 साल तक : शरीर को धीमा होने से रोकें, जोड़ो में दर्द हो तो स्विमिंग-साइक्लिंग करें
40 साल की उम्र के बाद शरीर में स्वाभाविक रूप से गिरावट शुरू हो जाती है। हमारी मांसपेशियां लचक खोने लगती हैं। पुरुष और महिला दोनों के हार्मोन के स्तर में गिरावट आती है। हार्ट की बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है। इससे निपटने का सबसे अच्छा तरीका एक्सरसाइज ही है। सप्ताह में कम से कम 3 से 5 बार कार्डियो वर्कआउट जरूर करें। यदि आपके जोड़ों में दर्द रहने लगे तो आप साइक्लिंग और स्विमिंग करें। जब आप 50 की उम्र के पार हो जाते हैं तो रोजमर्रा में हाथ-पैर में दर्द की शिकायत आम हो सकती है। इस उम्र के बाद पाचन क्षमता धीमी हो जाती है। वजन आसानी से बढ़ सकता है। ये एक्सरसाइज इससे बचाती है।
60 साल के बाद : उम्र के इस पड़ाव पर स्वस्थ हैं तो भी एक्सरसाइज करना न छोड़ें
शोधकर्ताओं ने पाया है कि जो लोग उम्र बढ़ने पर शारीरिक गतिविधियां करना कम कर देते हैं, उनमें हार्ट से जुड़ी बीमारियां का खतरा 27% बढ़ जाता है। जबकि जो लाेग शारीरिक गतिविधियां जारी रखते हैं, उनमें जोखिम 11% तक कम होता है। इस उम्र में ब्रिस्क वॉकिंग, वेट लिफ्टिंग, डांसिंग, गार्डनिंग, योगा करें। तनाव से बचें। तनाव से एड्रेनेलिन जैसे हार्मोन रिलीज होते हैं। ये धमनियों को पतला बनाते हैं। रक्तचाप बढ़ाते हैं। याेग से तनाव कम होता है।
सप्ताह में 5 दिन एक्सरसाइज से शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है। मांसपेशियों और हड्डियां मजबूत बनती हैं।
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