इंडिया के अनलॉक होते ही शूटिंग पर जाने वाली एक्ट्रेस में सबसे पहला नाम वाणी कपूर का था। तब वे ग्लासगो गईं थीं। वहां उन्होंने अक्षय कुमार के साथ 'बेल बॉटम' की शूटिंग की थी। वहां से आकर फिर उन्होंने आयुष्मान खुराना के साथ 'चंडीगढ़ करे आशिकी' भी की। इससे पहले वाणी 'वॉर' में ऋतिक रोशन के अपोजिट नजर आईं थीं।
खुश किस्मत हूं, महामारी के चैलेंजिंग माहौल में मेरी 2 फिल्में बन गईं
वाणी ने कहा, "हम सबकी दुनिया वॉर जोन में ही है। वैक्सीन आ जाए तो वॉर कम हो। ग्लासगो में हम सब बायो बबल में रहते थे। हर चौथे दिन एंटीजन टेस्ट हुआ करते थे। अक्षय, मैं और बाकी सारे कलाकार इंडिविजुअली तो एहतियात बरतते ही थे। प्रॉडक्शन की टीम के भी बंदोबस्त बड़े कमाल के थे। खुश किस्मत हूं, जो महामारी के चैलेंजिंग भरे माहौल में मेरी दो फिल्में बन गईं।"
सेट पर शूट के ब्रेक में लूडो, मोनोपॉली जैसे गेम्स खूब खेलते थे
एक्ट्रेस ने कहा, "ग्लासगो में अक्षय जी ने हमारे साथ प्रैंक कभी नहीं किया। हम लोग सेट पर शूट के ब्रेक आदि में गेम्स खूब खेलते थे। हम लूडो, मोनोपॉली खेलते थे। हम लॉकिंग किया करते थे। रात को डिनर के बाद हमारा ग्रुप बनता था। प्रोड्यूसर जैकी भगनानी, वाशु भगनानी सर, टि्वंकल, पूजा आंटी सब उन गेम्स का हिस्सा बनते थे। मेरी आदत रही है कि शूट खत्म कर सेट से सीधे होटल आ कमरे में कैद हो जाने की, मगर अक्षय मेक श्योर करते थे कि सब साथ डिनर करें। गेम्स खेलें ताकि एक अच्छा माहौल रहे। वह इसलिए कि हर कलाकार का जीवन बड़ा रिस्ट्रिक्टेड था। होटल से सेट तक का ही हमारा जीवन था। शूट के आखिरी दिन हम एक रेस्टोरेंट गए थे। वहां भी एक-एक टेबल छोड़ कर हम बैठे थे। ग्लासगो में दरअसल सरकार और पुलिस तो एहतियात बरत ही रही थी, वहां के लोग भी बड़े रेस्पोंसिबल नजर आए।"
अक्षय की पूरी 'खिलाड़ी' फ्रेंचाइजी वाली फिल्में हैं पसंद
वाणी ने बताया, "मुझे अक्षय जी की पूरी 'खिलाड़ी' फ्रेंचाइजी वाली फिल्में पसंद हैं। 'हेराफेरी' में उनकी कॉमेडी तो कमाल ही की है। 'बेल बॉटम' में तो खैर उनका अलग किस्म का रोल है। उनके अलावा इस साल रणबीर कपूर के साथ भी काम करने का मौका मिला। 'शमशेरा' में उनके साथ सेट का बड़ा बेहतरीन एक्स्पीरियंस था। रणबीर बड़े कूल, कंपोज्ड एक्टर हैं। वे बड़े ही डिसीप्लिंड टाइप के हैं। सेट पर हमेशा ऑन टाइम रहते थे।"
फिल्म 'शमशेरा' पर वाणी कपूर ने क्या कुछ कहा
- 'शमशेरा' में हम अपने डायलॉग्स, सीन को लेकर टेंस रहते थे, पर रणबीर कपूर बड़ी बेफिक्री से अपने सीन फिल्मा लेते थे। रणवीर सिंह सीन करने से पहले नोट्स बनाते हैं, काफी वेल प्रिपेयर्ड रहते हैं।
- शमशेरा को लेकर मेकर्स के साथ साथ मैं भी बड़ी एक्साइटेड हूं। लॉकडाउन के चलते फिल्म की रिलीज को लेकर सबने लंबा इंतजार किया है। यह फिल्म ऐसी है, जो बिग स्क्रीन एक्स्पीरियंस के लिए बनी है। मुझे नहीं लगता मेकर्स इसे सिनेमा के अलावा कहीं और रिलीज करने के मूड में हैं।
- मैं रणबीर की पिक्चरें देखती रही हूं। वह बड़े गिफ्टेड एक्टर हैं। स्क्रीन पर वह मैजिक क्रिएट कर देते हैं। हम लोग तो अपनी लाइनों को लेकर खासे टेंस रहा करते थे, मगर वह अपने हिस्से के काम को बड़ी बेफिक्री से और बड़ी आसानी से कर ले जाते थे। उन्हें सामने से देख नहीं लगता कि वो अपने कैरेक्टर में घुसने के लिए बड़ी जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं।
- रणबीर, रणवीर, ऋतिक सबके साथ काम कर मेरी परफॉरमेंस में सेट पर निखार दर्ज होता रहा है। रणवीर सिंह तो हर सीन से पहले काफी नोट्स बनाते हैं। रणबीर बड़ी आसानी से कैरेक्टर में इन और आउट हो जाते हैं। एक बार कैमरे के पीछे हम दोनों दुनियाभर की बातें कर रहे थे, पर करण मल्होत्रा ने जैसे ही एक्शन बोला, रणबीर कपूर झट अपने कैरेक्टर में आ गए और अपने सीन को एफर्ट लेस तरीके से शूट किया। असल में जबकि वह बड़ा इमोशनल सीन था। मेरे लिए अपने कैरेक्टर से बाहर आना बड़ा मुश्किल होता है। मैं आगे 'मर्दानी', 'बदला', 'थप्पड़', 'राजी', 'पीकू' जैसी फिल्में करना चाहती हूं।
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